[0] आओ सुन लें याद[0]
आओ
उन्हें जरूर याद करें
जो हमें भूल गए हैं ।
उनकी हंसी को याद कर
हंसें मन भर
उनका उठना-बैठना
याद कर दोहरा लें
दिन भर ।
उनके सच में से
घटा कर झूठ
पकड़ लें कबूतर
उनके भीतर से
फिर उडाएं
दिन भर ।
उनके वादों को भी
अब याद कर ही लें
सुनाई देगी चटख
आओ सुन हीं लें
टूटन का संगीत
बन ठन कर ।
उनका चेहरा
याद क्या करें
जाता ही नहीं दूर
आओ डालें
समय की चादर
कबीर हाथों
बुन कर ।
यादों का वादा
रखें आओ सम्भाल कर
डाल देंगे
ये लबादा
अपने तन उतार कर
उनके तन पर ।
आओ
उन्हें जरूर याद करें
जो हमें भूल गए हैं ।
उनकी हंसी को याद कर
हंसें मन भर
उनका उठना-बैठना
याद कर दोहरा लें
दिन भर ।
उनके सच में से
घटा कर झूठ
पकड़ लें कबूतर
उनके भीतर से
फिर उडाएं
दिन भर ।
उनके वादों को भी
अब याद कर ही लें
सुनाई देगी चटख
आओ सुन हीं लें
टूटन का संगीत
बन ठन कर ।
उनका चेहरा
याद क्या करें
जाता ही नहीं दूर
आओ डालें
समय की चादर
कबीर हाथों
बुन कर ।
यादों का वादा
रखें आओ सम्भाल कर
डाल देंगे
ये लबादा
अपने तन उतार कर
उनके तन पर ।
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