[>0<] दोस्त [>0<]
बनाए नहीं जाते
खुद दोस्त
दोस्त तो
खुदा भेजता है
हर शख्स को मगर
जुदा भेजता है !
कूष्ण को सुदामा
राम को हनुमान
सकल जगत को
रहीम-रहमान
महावीर-ईसा
बुद्धा भेजता है ।
दोस्ती तोड़ना
खुदा की ही
नाफरमानी है
अभी समझ लो
दोस्तों के दोस्तो
ये इरादे शैतानी हैं ।
बनाए नहीं जाते
खुद दोस्त
दोस्त तो
खुदा भेजता है
हर शख्स को मगर
जुदा भेजता है !
कूष्ण को सुदामा
राम को हनुमान
सकल जगत को
रहीम-रहमान
महावीर-ईसा
बुद्धा भेजता है ।
दोस्ती तोड़ना
खुदा की ही
नाफरमानी है
अभी समझ लो
दोस्तों के दोस्तो
ये इरादे शैतानी हैं ।
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