[*]प्रीत :कुछ चित्र [*]
1.
झुकी
पलकें तुम्हारी
मुंद गई आंखें
उठी प्रीत
फैल गई !
2.
भाग कर
भीतर गई
लजा कर तुम
बाहर आई प्रीत
बेखोफ हो कर !
3.
मेरा नाम
रेत पर
उकेरा तुम ने
हवा आई
छू कर उसे
मुझ तक
प्रीत का
उठा गुब्बार !
4.
हवा ने
कहा कुछ
सपर्श में
प्रीत के पान
हुए पल्लवित
ठूंठ खिल उठा
हो गया हरा
जंगल महक गया !
5.
न सड़क चली
न तुम
दौड़ा मन वाहन
आया पड़ाव
'प्रीत'
1.
झुकी
पलकें तुम्हारी
मुंद गई आंखें
उठी प्रीत
फैल गई !
2.
भाग कर
भीतर गई
लजा कर तुम
बाहर आई प्रीत
बेखोफ हो कर !
3.
मेरा नाम
रेत पर
उकेरा तुम ने
हवा आई
छू कर उसे
मुझ तक
प्रीत का
उठा गुब्बार !
4.
हवा ने
कहा कुछ
सपर्श में
प्रीत के पान
हुए पल्लवित
ठूंठ खिल उठा
हो गया हरा
जंगल महक गया !
5.
न सड़क चली
न तुम
दौड़ा मन वाहन
आया पड़ाव
'प्रीत'
बहुत सुन्दर शब्द चित्र ...
जवाब देंहटाएंपांचो क्षणिकाएं एक से बढ़ कर एक...बेजोड़...बधाई
जवाब देंहटाएंनीरज
क्षणिकाएं पढ़ कर मन प्रफुल्लित हो गया ........
जवाब देंहटाएंहया से खिल उठा चेहरा .......मद से भर गया यौवन .....
लज्जा ने चमकाये नयना ......स्पर्श से महक गया तन ........पूनम माटिया
pranam !
जवाब देंहटाएं'' koi saansaarik bandhan nahi phir bhi bandhe hai hum antas se haa yehi to preet hai '' aap ki nazar sir jee ye panktiyaa .
sunder rachnaon ke liye badhai sadhuwad.
sadar
प्रीत के रंग बहुत अच्छे उकेरे हैं आपने ...बहुत सुन्दर ..
जवाब देंहटाएंआकाशवाणी सूरतगढ़ (कॉटन सिटी चैनल) आज आपकी सेवा करते हुए ३१ वर्ष का हो गया है .इस केंद्र व इस जिले (श्री गंगानगर ) का प्रथम उद्ध्घोषक होने के नाते मेरी सेवायों को सभी सुनने वालों का भरपूर प्यार मिला है और मिल रहा है .इस अवसर पर आप सभी को मेरी तरफ से हार्दिक बधाई,धन्यवाद् .शुभकामनाएं .आशा करता हूँ आपका प्यार इसी तरह से मुझे व चैनल को मिलता रहेगा
जवाब देंहटाएंDr.JOGA SINGH KAIT "JOGI"
M.D.ACUPRESSUR
NATUROPATH
SR.ANNOUCER
ALL INDIA RADIO,
SURATGARH
http://drjogasinghkait.blogspot.com
ईमेल-kait_jogi@yahoo.co.in
dr.kait.jogi@gmail.com
DRKAIT@HOTMAIL.COM
cell no.09414989423
ram ram sa,aaj pahli baar apke blog par aai aur man khush ho gaya ......meri mitti ki saundhi khusbu jo hai yaha
जवाब देंहटाएंghano ghano dhanywaadsa
bahut umda!
जवाब देंहटाएंसभी क्षणिकाएँ बेहद सुन्दर मगर इस क्षणिका ने बहुत प्रभावित किया -
जवाब देंहटाएं"न सड़क चली
न तुम
दौड़ा मन वाहन
आया पड़ाव
'प्रीत'"
bahut sunder om Ji..Preet ka har rang dikha diya apne...
जवाब देंहटाएंप्रीत का जब आभास हो गया
जवाब देंहटाएंहर एक पल मधुमास हो गया
हर्षित मन अंबर को चूमे
द्रस्टी मिलन इतिहास हो गया..