'कागद’ हो तो हर कोई बांचे….
शुक्रवार, जून 21, 2013
कन्या बचाओ
क्या कोई हुक्मरान
आगे आ कर बताएगा
क्यूं कोई
इस दिन के लिए
कन्या बचाएगा ?
हालात यही रहे तो
कल यही समाज
कन्या बचाओ की जगह
कन्या बताओ का
नारा लगाता दिखेगा
तब तक यकीनन
कन्या प्रजाति
भारत भूर से
लुप्त हो जाएगी
!
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें