झपकी लेत गरीब तो, माया छीने चैन ।
भूखा सोता ठाट से , धाया जागे रैन ।1।
नेता सोता चैन से, ले वोटों की ओट ।
जनता खोले आंख तो , दे वोटों की चोट ।2।
नेता जीता वोट से,खूब छापता नोट ।
नेता खोले आंख तब ,जब जब घटते वोट ।3।
जनता पागल बावळी , भूली अपना जोर ।
खादी चोला पहन कर,नेता बन गए चोर ।4।
भारत जाये भाड़ में , नेता भोगे राज ।
नेता सोता चैन से,जनता ऊपर गाज ।5
भूखा सोता ठाट से , धाया जागे रैन ।1।
नेता सोता चैन से, ले वोटों की ओट ।
जनता खोले आंख तो , दे वोटों की चोट ।2।
नेता जीता वोट से,खूब छापता नोट ।
नेता खोले आंख तब ,जब जब घटते वोट ।3।
जनता पागल बावळी , भूली अपना जोर ।
खादी चोला पहन कर,नेता बन गए चोर ।4।
भारत जाये भाड़ में , नेता भोगे राज ।
नेता सोता चैन से,जनता ऊपर गाज ।5
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