रोटी छप गई विज्ञापन में ।
कहो क्या कमी है शासन में ।।
भूखे हो तो चुप ही रहना ।
है लाभ बड़ा अनुशासन में ।।
मतदाता हो तुम देते रहना ।
दम अपना देखो भाषण में ।।
भाग्य अपना तो सत्ता वाला ।
तुम जाये अपने दासन में ।।
काम के बदले मिले अनाज ।
मत ताक राज के राशन में ।।
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