* असली चेहरा *
रक्त पी पी कर
लाल हुए चेहरों पर
अब चढ़ता नहीं
रंग कोई दूजा
जी करता है
जमाने भर की
कालिख पोत दूं
इन घिनौने चेहरे पर
मगर अफ़सोस
इनके चेहरों पर भी
कई-कई चेहरे चढ़े हैं !
आओ !
इस होली
मिल कर हम
एक काम करें
इनके चेहरों से
नकली चेहरे उतार धरें
असली चेहरा
जो आए सामने
उस के लिए
वाज़िब रंग तैयार करें !
रक्त पी पी कर
लाल हुए चेहरों पर
अब चढ़ता नहीं
रंग कोई दूजा
जी करता है
जमाने भर की
कालिख पोत दूं
इन घिनौने चेहरे पर
मगर अफ़सोस
इनके चेहरों पर भी
कई-कई चेहरे चढ़े हैं !
आओ !
इस होली
मिल कर हम
एक काम करें
इनके चेहरों से
नकली चेहरे उतार धरें
असली चेहरा
जो आए सामने
उस के लिए
वाज़िब रंग तैयार करें !
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