गुरुवार, अप्रैल 10, 2014

शांति चाहते हो तो

शांति के लिए
आज तलक आप ने
जितने भी कबूतर उड़ाए
क्या वे कभी
लौट कर घर आए ?

आप अगर सच में
शांति चाहते हो तो
चले क्यों नहीं जाते
खुद चल कर उस पार
क्यों उड़ाते हो
बेचारे कबूतरों को बार बार !

भूल क्यॊ जाते हो
हर बार
कबूतरों के भी होता है
घर परिवार !


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