शांति चाहते हो तो
शांति के लिएआज तलक आप नेजितने भी कबूतर उड़ाए
क्या वे कभी
लौट कर घर आए ?
आप अगर सच में
शांति चाहते हो तो
चले क्यों नहीं जाते
खुद चल कर उस पार
क्यों उड़ाते हो
बेचारे कबूतरों को बार बार !
भूल क्यॊ जाते हो
हर बार
कबूतरों के भी होता है
घर परिवार !
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