पहले तो मेरी तरफ से आपको हार्दिक बधाइयाँ एवं शुभकामनायें! ऐसी बात नहीं है की हर बुरे चीज़ से दूर रहते हैं पर उस चीज़ की तय तक जाते हैं और जब एहसास होता है की सच में बुरा है तब दूर रहने की ठान लेते हैं!
मैने आज ही आप कि टिपण्णी देखी, बहुत अच्छा लगा, मैने आप के ब्लांग को अपनी लिस्ट मै ले लिया है, बस दो चार दिनो मै ही मै फ़िर से ब्लांग पर आ रहा हुं,बुरे से दुर तो रहना चहिये लेकिन यह भी पता तो होना चाहिये वो बुरा केसे है.....धन्यवाद
पहले तो मेरी तरफ से आपको हार्दिक बधाइयाँ एवं शुभकामनायें! ऐसी बात नहीं है की हर बुरे चीज़ से दूर रहते हैं पर उस चीज़ की तय तक जाते हैं और जब एहसास होता है की सच में बुरा है तब दूर रहने की ठान लेते हैं!
जवाब देंहटाएंमैने आज ही आप कि टिपण्णी देखी, बहुत अच्छा लगा, मैने आप के ब्लांग को अपनी लिस्ट मै ले लिया है, बस दो चार दिनो मै ही मै फ़िर से ब्लांग पर आ रहा हुं,बुरे से दुर तो रहना चहिये लेकिन यह भी पता तो होना चाहिये वो बुरा केसे है.....धन्यवाद
जवाब देंहटाएंउत्तम ।
जवाब देंहटाएंगुरु जी कविता अच्छी लिखी है कोई प्यार कर्ण हाला ताईं भी कुछ लिखो
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