रविवार, अप्रैल 01, 2012

अम्मा

* आज किशोर कविता *
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देश बदला
प्रदेश बदला
बदल गया संविधान
गांव बदला
शहर बदला
बदल गया परिधान
खाना बदला
पीना बदला
बदल गया विधिविधान
जीना बदला
मरना बदला
बदला गया शमशान
माया बदली
ममता बदली
बदल गया इंसान
जो न बदली
वो अम्मा थी
बदल गया मकान
सरदी पड़ती
वो ना डरती
आया नहीं व्यवधान
सुबह सवेरे
उठ कर आती
भजन सुनाती
गाती प्रभाती
खुश करती भगवान
चूल्हा जलाती
चाय बनाती
हमेँ पिलाती
सब का रखती ध्यान
सबको सुलाती
फिर वो सोती
अम्मा कितनी महान

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