हर कोई
बहुत खुश है
अपने ही घर में
आदमी तो बहुत जादा !
घर से बिछुड़ते वक्त
होता है उदास
रोता है बहुत
जब होता है
घर से बहुत दूर
घर की याद में
घर का आदमी ।
कुछ आदमी
अपने घर
कांच के बर्तन में
रखते हैं मछलियां
जो नहीं है
उनका घर
मछलियों का दर्द
अपने दर्द सा
क्यों नहीं समझता आदमी !
जब होता है
घर से बहुत दूर
घर की याद में
घर का आदमी ।
कुछ आदमी
अपने घर
कांच के बर्तन में
रखते हैं मछलियां
जो नहीं है
उनका घर
मछलियों का दर्द
अपने दर्द सा
क्यों नहीं समझता आदमी !
====================
वक्त गुजरेगा ;
इसी इंतजार में
न जाने कितने लोग
वक्त से पहले
गुज़र गए ।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें