हम
पानी की तरह
बहते रहे
तुम
पत्थर की तरह
लुढ़कते रहे
हम
नदी की तरह
सिकुड़ते रहे
तुम
आकार पाते रहे
तुम्हें
मंदिरों में मिली जगह
हमें
बादल ले गए
तुम
देव हो कर भी
नहीं बरसे
हम
बरस कर
फिर पानी हो गए !
पानी की तरह
बहते रहे
तुम
पत्थर की तरह
लुढ़कते रहे
हम
नदी की तरह
सिकुड़ते रहे
तुम
आकार पाते रहे
तुम्हें
मंदिरों में मिली जगह
हमें
बादल ले गए
तुम
देव हो कर भी
नहीं बरसे
हम
बरस कर
फिर पानी हो गए !
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