'कागद’ हो तो हर कोई बांचे….
गुरुवार, जून 06, 2013
क्षणिकाएं
1.
वह बोला
अब यह सरकार गिरेगी
भीड़ बोली
गिर तो गई
अब इस से जादा क्या गिरेगी !
2.
मच्छर बोले
आतंकवादी भारतीयों को
मच्छर समझते हैं
हम मच्छरों ने तो
भारतीय होना दिखाया है
बस इसी लिए
कसाब को काट खाया है !
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