'कागद’ हो तो हर कोई बांचे….
रविवार, जून 02, 2013
दो क्षणिकाएं
1.सोना
उनके पास
सोना है
इस लिए
उनको रात भर
नहीं सोना ।
.
2.
अब कहीं कुछ नहीं
सब कुछ है खाली
जो भी थी चीज
उन्होंने सब खा ली !
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