रविवार, अप्रैल 13, 2014

वोटर और नेता उवाच

चुनाव आते ही
आ गए नारे
अज़ीब-अज़ीब
और प्यारे-प्यारे
कुछ कह रहे हैं
हमारे संग चलो
यदि आपको
ये देश बचाना है
वोटर बोला
हम को बख्शो भाई
आप ही चल लो
हम तो दो रोटी खाते हैं
दोनों ही पच जाती है
चल -कर आपको ही
अब तक "खाया" पचाना है
देश क्या खाक बचाना है ।

एक बोला
फ़लाना जी को लाओ
देश बचाओ
वोटर बोला


ये फ़लाना जी
कहीं गए हुए हैं क्या
क्या खुद उनको
अपना देश नहीं दिखता
दिखता है तो फ़िर
खुद आ क्यों नहीं जाते ।

एक बोला
आधी रोटी खाएंगे
फ़लाना जी को जिताएंगे
वोटर बोला
हम खद कमाएंगे
और पूरी रोटी खाएंगे
यदि फ़लाना जी
सो करोड़ लोगों की
आधी-आधी रोटियां खाएंगे
तो उनका पेट फ़ट जाएगा
क्या वो मर नहीं जाएंगे ।
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