*हारे भी क्यों पानी*
पानी में हलचल हैभीतर-बाहर जरूरकोई हरकत हैकिसी ने फैंका होगापानी में पत्थरया फिरपानी के नीचे से
खिसकी है जमीन ।
पानी तो
हो जाएगा स्थिर
देखना एक दिन
उस के विरुद्ध
जारी रहेंगे षड़यंत्र ।
पानी को
नहीं जीतना है
कोई युद्ध
मगर हारे भी क्यों
किसी का पानी !
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