आम आदमी
अपने लिए नहीं
करता है काम
खास के लिए
चाहे तो
दिन भर
कर ले
हाड़ तोड़ काम
खा ले धक्के
मगर
खा नहीं सकता
पाव भर आम !
*
खास आदमी
नहीं करता
कोई भी काम
सोंप कर
आम आदमी को
काम दर काम
बस कमाता है
दाम से दाम !
*
आम के लिए
आम नहीं है
और खास
आम के लिए नहीं !
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