शुक्रवार, जून 21, 2013

[>0<] दोस्त [>0<]

बनाए नहीं जाते
खुद दोस्त
दोस्त तो
खुदा भेजता है
हर शख्स को मगर
जुदा भेजता है !

कूष्ण को सुदामा
राम को हनुमान
सकल जगत को
रहीम-रहमान
महावीर-ईसा
बुद्धा भेजता है ।

दोस्ती तोड़ना
खुदा की ही
नाफरमानी है
अभी समझ लो
दोस्तों के दोस्तो
ये इरादे शैतानी हैं

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें