मंदिर के भीतर मन्नत की पूर्ति हेतु सवामण भोग लगा बांटने के लिए संकल्प के साथ खड़ा है अमीर ! मंदिर के बाहर अमीर की मन्नत पूर्ण करने की दुआ कर रहे हैं बस्ती के गरीब !
मंदिर के भीतर पलक तलक झपकाने में असमर्थ मौन है देवता अपने ठोस पेट के साथ दूसरी ओर अमीर और गरीब की आंखों मै है कल्पनाओं की चमक !
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें