मन्नत और दुआ
मंदिर के भीतरमन्नत की पूर्ति हेतुसवामण भोग लगाबांटने के लिएसंकल्प के साथखड़ा है अमीर !
मंदिर के बाहर
अमीर की मन्नत
पूर्ण करने की
दुआ कर रहे हैं
बस्ती के गरीब !
मंदिर के भीतर
पलक तलक
झपकाने में असमर्थ
मौन है देवता
अपने ठोस पेट के साथ
दूसरी ओर
अमीर और गरीब की
आंखों मै है
कल्पनाओं की चमक !
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